अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने पिछले साल राष्ट्रपति चुनाव के दौरान अमेरिका को महान बनाने का वादा किया था। चुनाव जीतने के बाद उन्होंने भारत समय दुनिया के ज्यादातर देशों पर टैरिफ का बोझ लाद दिया। लेकिन अब इसका असर अमेरिका पर ही पड़ता दिखाई दे रहा है।
अमेरिका में नवंबर में मैन्युफैक्चरिंग यानी सामान बनाने का काम धीमा पड़ गया। यह पिछले चार महीनों में सबसे कम रहा। इसकी वजह है टैरिफ का बढना, जिससे चीजें महंगी हो गईं और लोगों ने खरीदना कम कर दिया। इससे अमेरिका में मंदी जैसे हालात पैदा हो गए हैं। रॉयटर्स के मुताबिक, इस मंदी की वजह से बिना बिके सामान का ढेर लग गया है। इससे यह चिंता बढ़ गई है कि कहीं यह देश की पूरी आर्थिक ग्रोथ को धीमा न कर दे।
मैन्युफैक्चरिंग को झटका
एस एंड पी ग्लोबल (S&P Global) ने बताया कि अमेरिका का मैन्युफैक्चरिंग PMI (परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स) अक्टूबर के 52.5 से घटकर नवंबर में 51.9 पर आ गया। नए ऑर्डर में बड़ी गिरावट आई और तैयार माल का स्टॉक रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।
आम आदमी परेशान, भरोसा घटा
रॉयटर्स ने बताया कि ग्राहक अब लंबे समय तक चलने वाले मैन्युफैक्चरिंग सामान खरीदने में हिचकिचा रहे हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन के सर्वे में खरीदने की स्थिति में भारी गिरावट देखी गई। सर्वे में यह भी कहा गया कि ग्राहक ऊंची कीमतों और घटती आय से लगातार परेशान हैं।